दोस्तों आज बात करने वाले है महामारी पर निबंध के बारे में mahamari par nibandh कोरोना वायरस को शुरुआती दिन में एक बीमारी के तौर पर देखा गया था। यह बीमारी धीरे-धीरे फैलने लगी। डब्ल्यूएचओ (World health organization) द्वारा इसे महामारी घोषित किया। इसके बाद इस महामारी से बचाव में लॉकडाउन घोषित किया गया।
एक वक्त ऐसा आया जब पूरे विश्व में लॉकडाउन लगाया गया और इस महामारी से बचाव के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा कोविड नियम बनाए गए। जिसकी सख्ती से पालन करने की बात कही गई। लेकिन महामारी क्या होती है? डब्ल्यूएचओ किसी भी बीमारी को महामारी कब घोषित करता है? महामारी घोषित करने के बाद क्या करना होता है? स्थानीय महामारी और पैनडेमिक महामारी में क्या अंतर है? आइए जानते हैं-
महामारी क्या होती है? mahamari par nibandh
जब कोई बीमारी छुआछूत से फैलने लगती है उसे महामारी कहा जाता है। यह पूरे विश्व में धीरे-धीरे पैर पसारती है। इस पर नियंत्रण करना बहुत मुश्किल होता है। कोरोना वायरस से पूर्व चेचक, हैजा, प्लेग जैसी बीमारी भी महामारी के रूप में घोषित हुई थी। वर्तमान में कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है। यह वायरस कैसे फैल रहा है वैज्ञानिकों द्वारा अभी तक सटीक शोध सामने नहीं आया है। हालांकि इस पर लगातार पूरे विश्व में शोध जारी है।
WHO कब घोषित करता है महामारी ?
फिलहाल महामारी को घोषित करने का कोई तय पैमाना नहीं है लेकिन जब बीमारी एक स्थान से दूसरी जगह पर फैलने लगे। धीरे-धीरे वह राज्य से देश और देश से विश्व में फैलने लगे तो डब्ल्यूएचओ महामारी घोषित करता है। किसी बीमारी को महामारी घोषित करना है या नहीं, या कब घोषित करना है यह डब्ल्यूएचओ तय करता है। 2009 में डब्ल्यूएचओ द्वारा स्वाइन फ्लू को महामारी घोषित किया गया था।
महामारी और स्थानीय महामारी में अंतर
महामारी दो तरह की होती है। इन दिनों पूरे विश्व में जो संक्रमण फैल रहा है उसे महामारी कहते हैं। साल 1918 से 1920 तक स्पैनिश फ्लू फैला था उसे महामारी घोषित किया गया था। उस दौरान करोड़ों की तादाद में लोगों की मौत हुई थी।
2014-15 में इबोला वायरस फैला था जिसे एपिडेमिक घोषित किया गया था यानी स्थानीय महामारी। क्योंकि यह बीमारी लाइबेरिया और उसके साउथ अफ्रीका के कुछ देशों में ही फैली थी।
महामारी घोषित करने के बाद क्या करना होता है?
जब किसी बीमारी को महामारी घोषित किया जाता है मतलब सरकार और हेल्थ सिस्टम को अलर्ट होने की जरूरत है। बीमारी से कैसे लड़ना है, क्या तैयारियां करना है हेल्थ सिस्टम को इसके प्रति जागरूक होना पड़ता है।
उपसंहार-
कोरोना वायरस महामारी इन दिनों समूचे विश्व में एक छुआछूत बीमारी के रूप में फैल रही है। मार्च 2020 में डब्ल्यूएचओ द्वारा इसे महामारी घोषित किया गया था। समय के साथ इस वायरस के लक्षण तेजी से बदलते रहे हैं। विश्व में अलग-अलग समय पर कोरोना की लहर आई।
भारत देश में अभी तक कोरोना की दो लहर आ चुकी है। सितंबर-अक्टूबर माह में तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। जब तक यह बीमारी पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाती तब तक सभी को मास्क लगाना है, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है और हाथ धोते रहना है। समूचे विश्व में इस महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण भी शुरू हो गया है। जिसके बेहतर परिणाम मिल रहे हैं।
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